क्या मेरे वजूद से जुड़ा वो सपना है या कोई भ्रम मेरा। क्या मेरे वजूद से जुड़ा वो सपना है या कोई भ्रम मेरा।
अंतर्मन के कुरुक्षेत्र में धर्मयुद्ध चल रहा निरंतर। अंतर्मन के कुरुक्षेत्र में धर्मयुद्ध चल रहा निरंतर।
मुक्ति की तलाश में जीने की लालसा है। मुक्ति की तलाश में जीने की लालसा है।
अति आनंदित गुंजित मधुबन रात चांदनी कर सकता हूँ। अति आनंदित गुंजित मधुबन रात चांदनी कर सकता हूँ।
ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ। ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ।
तुम्हारी हाँ-ना की उलझन में, सुलझा लिया है खुद को, अब तुमको पा सकूँ या नहीं, पा लिया है खुद को ! तुम्हारी हाँ-ना की उलझन में, सुलझा लिया है खुद को, अब तुमको पा सकूँ या नहीं, ...